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शहीद की अंतिम यात्रा देख दूल्हे ने छोड़ दी शादी की रस्में और किया कुछ ऐसा की सब लोग..

Apr 30 2019

Posted By:  AMIT

भारत में हुए पुलवामा हमलें के बाद देशभर से मार्मिक तश्वीरे और वीडियो सोशल मीडिया पर आ रहे थे, जिन्हे देखकर हर किसी की आंखों से आंसू छलक रहे थे | इस घटना में आंतकियों से बदला लेते समय अजय कुमार भी शहीद हो गए थे, उनका पार्थिव शरीर को जब घर पर लाया गया तो उनकी अंतिम यात्रा में आम जनता से लेकर नेता तक सभी शामिल हुए थे | एक तरफ जहां शहीद की अंतिम यात्रा निकल रही थी तो दूसरी और शहनाई बज रही थी, जब दूल्हे को इस बार का पता चला तो उसने तुंरत अपनी शादी रोक दी और ऐसा काम किया जिससे हर जगह उनकी तारीफ हो रही हैं |


जब शहीद अजय कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बासा टीकरी पहुंचा तो उनकी अंतिम यात्रा के लिए भीड़ उमड़ आयी | वहीं पास में दूसरी तरफ सोनी चौधरी नाम का लड़का अपनी शादी की रस्में निभा रहा था, वह घोड़ी चढ़ने के लिए तैयार था तभी उसे खबर मिली की शहीद की अंतिम यात्रा निकल रही हैं | इस खबर के पता चलते ही उसने अपनी शादी में बज रहे बैंड-बाजे सुब कुछ बंद करवा दिए, सिर्फ इतना ही नहीं वह तुरंत शादी की रस्मों को छोड़कर शहीद अजय कुमार की अंतिम यात्रा में जा पहुंचा और उसने शहीद को सेल्यूट भी किया | दूल्हे की बहन, उसके परिवार के लोग और रिस्तेदार भी शामिल हुए शहीद को अंतिम विदाई दी | पुलवामा में शहीद हुए अजय कुमार अपने पीछे अपने परिवार और अपने एक ढाई साल के बच्चें को पीछे छोड़ कर चले गए | 


एक वो बच्चा जिसे अभी ये भी नहीं पता था की उसका पिता कैसे दीखते हैं, उनको जब उस छोटे बच्चें ने अपने हाथों से संस्कार किया तो हर किसी की आंखें नम हो गयी थी | इस अंतिम यात्रा में मेरठ के लोगों ने रास्तेभर में फूलों की वर्षा की और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए और पुरे शहर में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे गुंजने लगे थे | मेरठ के वीर अजय की यात्रा में लगभग 4 किलोमीटर लम्बा काफिला था, इस मौके पर सेना, पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्वार्थ भी मौजूद थे | इस पुलवामा आंतकी हमलें में हमारे 40 सीआरपीएफ के वीर जवान शहीद हो गए थे और कई जवान घायल हो गए थे |

 इन शहीद जवानों के पीछे उनका सिर्फ परिवार छूट गया था जिनको उन्होंने वादा किया था की वे जल्द ही घर आएंगे, लेकिन जब वे लौटे तो अपने पैरों पर नहीं बल्कि चार कंधो पर आए थे | हमेसा के लिए अपने परिवार को अकेला छोड़ गए, लेकिन देश के ये जवान देश के लोगों के दिलों में हमेसा जिंदा रहेंगे और ये लाल हमेसा के इस मां की मिट्टी में दफन हो गए | उनकी इस सहादत को पूरा भारत याद रखेगा | 
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